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भारत का भविष्य - भारतीय संस्कार


भारत का भविष्य - भारतीय संस्कार

महाराज श्री ने यह स्पष्ट किया की वे कान्वेंट स्कूलों का विरोध नहीं करते बल्कि इस बात का विरोध करते हैं कि जब उन स्कूलों में भारतीय बच्चे माथे पर तिलक लगा कर जाते हैं या कलाई पर कलावा बाँध कर जाते हैं तो उन्हें ऐसा करने से रोक जाता है। महाराज श्री ने कहा कि जब तक तिलक लगाने पर, कलावा बंधने पर, राम राम बोलने पर या अन्य भारतीय संस्कारों को करने से बच्चों को रोका जायेगा, तब तक वो कान्वेंट या अन्य ऐसे स्कूलों का विरोध करते रहेंगे।

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