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Showing posts from November, 2017

महाभारत में दिए गए पांच श्राप जानने के लिए यह वीडियो जरूर देखें || पहला श्राप PART 1

महाभारत में दिए गए पांच श्राप जानने के लिए यह वीडियो जरूर देखें || पहला श्राप PART 1 || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -3 ||

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -3 || VRINDAVAN || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -3 ||

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -3 || VRINDAVAN || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -2

'; THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -2 || VRINDAVAN || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -2 || PART-2

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -2 || VRINDAVAN || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

जब एक प्रभु भक्त को किसी व्यक्ति ने प्राण के बदले शराब पीने को कहा

जब एक प्रभु भक्त को किसी व्यक्ति ने प्राण के बदले शराब पीने को कहा || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

शराब हमारे समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है इससे क्या नुक्सान है आप सोच भी नहीं सकते

शराब हमारे समाज के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है इससे क्या नुक्सान है आप सोच भी नहीं सकते || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

THAKUR PRIYAKANT JU DIVYA DARSHAN MAHOTSAV || DAY -1

जो धर्म के साथ रहते है उनके साथ कभी अनर्थ नहीं होता

जो धर्म के साथ रहते है उनके साथ कभी अनर्थ नहीं होता || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

मानव जीवन का क्या लक्ष्य है समय समय पर ईश्वर आपको याद दिलाता रहता है

मानव जीवन का क्या लक्ष्य है समय समय पर ईश्वर आपको याद दिलाता रहता है || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

भगवान् स्वयं कहते है जो तू आये एक पग मैं आऊ पग साठ

भगवान् स्वयं कहते है जो तू आये एक पग मैं आऊ पग साठ || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

जब एक बालक ने राजा से उसका राज्य माँगा तो जानते हो राजा ने क्या किया

जब एक बालक ने राजा से उसका राज्य माँगा तो जानते हो राजा ने क्या किया || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

HINDU DHARM KE SATH KHILWAAD || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

KAUN KAR RAHA HAI HINDU DHARM KE SATH KHILWAAD || कौन कर रहा है हिन्दू धर्म के साथ खिलवाड़? || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

SHRIMAD BHAGWAT KATHA PROMO || MUMBAI || 06 -13 DECEMBER 2017

SHRIMAD BHAGWAT KATHA PROMO || MUMBAI || 06 -13 DECEMBER 2017 || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

'सोच लो" मैल धोना हैं या पाप.........

"सोच लो" मैल धोना हैं या पाप. || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

ये दानव खा रहा है देश की बेटियों को

"ये दानव खा रहा है देश की बेटियों को" SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

क्यों श्री कृष्ण जी ने यमुना जी में नहा रही गोपियों के वस्त्र चुराए

क्यों श्री कृष्ण जी ने यमुना जी में नहा रही गोपियों के वस्त्र चुराए || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

Shrimad Bhagwat Katha || Day - 3 || Ahmedabad || 19-26 November 2017

Shrimad Bhagwat Katha || Day - 3 || Ahmedabad || 19 To 26 NOVEMBER 2017 || AHMEDABAD ( GUJARAT ) || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 19 से 26 नवंबर तक 2017 महादेव स्टेट कामधेनु मैदान , कृष्णा कुंज सोसाइटी के सामने, गणेश चौक नई RTO रोड वस्त्राल, अहमदाबाद में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के तृतीय दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

महाराज श्री ने कहा, भगवान साकार के लिए साकार रूप में है और निराकार के लिए निराकार स्वरुप है। आप उसको किस रूप में भजे ये आपके ऊपर है। भगवान तो आपको उस ही रूप में प्राप्त होंगे। परन्तु आज के बच्चे अच्छी बात नहीं सीखें गे, क्योंकि हमारे बड़े हमें जो सिखाते है हम उस पर ध्यान नहीं देते हैं लेकिन जो हमारे दोस्त हमें सिखाते है वो हम पूर्ण रूप से हम अपने जीवन में उतार लेते है। मैं एक बात बार-बार कहता हूँ की आपके माँ -बाप कभी आपका बुरा नहीं चाहते। दोस्त आपको गलत बात सिखाते है, पीना सिखाते है पर हमारे माँ - बाप हमे वो सिखाते है जिससे हमारा कल्याण हो। शुकदेव जी महाराज जो सबसे बड़े वैरागी है चूड़ामणि है उनसे राजा परीक्षित जी ने प्रश्न किया कि हे गुरुदेव जो व्यक्ति सातवें दिन मरने वाला हो उस व्यक्ति को क्या करना चाहिए? किसका स्मरण करना चाहिए और किसका परित्याग करना चाहिए? कृपा कर मुझे बताइये... इस बात से एक प्रसंग याद आ रहा है की जब यक्ष ने धर्मराज से प्रश्न किया तो उनमें से एक प्रश्न यह भी था की संसार का सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है? तो धर्मराज ने उत्तर दिया की लोग अपने ही हाथो अपने ही ल

जिस सत्य को हम और आप समझ नहीं पा रहे ब्रज की गोपियाँ वो सत्य जानती थी

जिस सत्य को हम और आप समझ नहीं पा रहे ब्रज की गोपियाँ वो सत्य जानती थी || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

Shrimad Bhagwat Katha || Day - 2 || Ahmedabad

Shrimad Bhagwat Katha || Day - 2 || Ahmedabad || 19 To 26 NOVEMBER 2017 || AHMEDABAD ( GUJARAT ) || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

क्यों हो जाने चाहिए भारत के सभी थिएटर बंद?

क्यों हो जाने चाहिए भारत के सभी थिएटर बंद? || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ पद्मावती फ़िल्म पर क्या कहा महाराज श्री ने... क्यों हो जाने चाहिए भारत के सभी थिएटर बंद? जानने के लिए अवश्य देखिये ये वीडियो...

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 19 से 26 नवंबर तक 2017 महादेव स्टेट कामधेनु मैदान , कृष्णा कुंज सोसाइटी के सामने, गणेश चौक नई RTO रोड वस्त्राल, अहमदाबाद में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के द्वितीय दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

महाराज श्री ने कहा कि हमको तो सदा ही अच्छे और बुरे का फर्क लेकर ही भगवान की भक्ति को करते रहना चाहिए। क्योँकि उसी के अनुसार ही हम अपने सभी कार्यों को कर सकते है। हमको तो सदैव ही अच्छे कार्य ही करने चाहिए और बुरे कार्यों से सदा के लिए ही दूर रहना चाहिए। तभी हमारा इस संसार में सही रूप से गुजारा हो सकता है। भगवान भी उन्ही का साथ देते है जो सदा कर्मों में लिप्त रहते है। जो लोग सदा ही बुरे कार्य करते है उनसे तो भगवान सदा ही दूरी बनाये रखते है। महाराज श्री ने आगे कहा की पहले हम सब को भगवान की भक्ति करने पर ही जोर दिया है। महाराज श्री ने हमको बताया कि प्रभु भक्ति से ही हम सब के पाप आसानी से धुल जाते है। क्योँकि आज के इस कलयुग में सभी अपने अपने काम करने में ही लगा रहता है। उसको भगवान की भक्ति करने का भी समय नहीं रहता है। लेकिन अपने जीवन को सही ढंग से जीने के लिए और अपने जीवन की सभी समस्याओं को दूर करने के लिए हमको भगवान की पूजा करनी चाहिए। भगवान की पूजा करने के लिए सबसे पहले तो हमारा मन स्वच्छ और साफ़ होना चाहिए। क्योँकि साफ़ और सवच्छ मन में ही भगवान का वास होता है। जब हमार

जब किसी सुन्दर व्यक्तित्व को देखो तो क्या सोचना चाहिए

जब किसी सुन्दर व्यक्तित्व को देखो तो क्या सोचना चाहिए

जितनी भी बुरी चीज़े है उनकी नक़ल तो हम बहुत जल्दी कर लेते है लेकिन अच्छाई की क्यों नहीं

जितनी भी बुरी चीज़े है उनकी नक़ल तो हम बहुत जल्दी कर लेते है लेकिन अच्छाई की क्यों नहीं

कृष्ण को पाना है तो एकादशी का व्रत सबसे उत्तम है

कृष्ण को पाना है तो एकादशी का व्रत सबसे उत्तम है

क्या आप जानते है ये ब्रज की गोपियां कौन है जो कृष्ण के प्रेम में पागल है

क्या आप जानते है ये ब्रज की गोपियां कौन है जो कृष्ण के प्रेम में पागल है

Shrimad Bhagwat Katha || Day -1 || Ahmedabad

Shrimad Bhagwat Katha || Day -1 || Ahmedabad || 19 To 26 NOVEMBER 2017 || AHMEDABAD ( GUJARAT ) || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 19 से 26 नवंबर तक 2017 महादेव स्टेट कामधेनु मैदान , कृष्णा कुंज सोसाइटी के सामने, गणेश चौक नई RTO रोड वस्त्राल, अहमदाबाद में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के प्रथम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

महाराज श्री ने कथा प्रारम्भ करते हुए कहा हमारे जीवन में तीन ताप होते है दैहिक, दैविक और भौतिक। सुख हो या दुःख तीनों तीन प्रकार के होते है। चाहे शारीरिक सुख हो या शारीरिक दुःख हो, चाहे भौतिक सुख हो या भौतिक दुःख हो, चाहे दैविक सुख हो या दैविक दुःख। तीनो प्रकार के ताप व्यक्ति को सुख भी देते है और दुःख भी देते है। पर इनकी उत्पत्ति करने वाले कौन है? इनका पालन करने वाले कौन है? इनका संहार करने वाले कौन है? ऐसे सचिदानंद को हम कोटि-कोटि नमन करते है। जिन व्यक्तियों के पास सब कुछ हो और उसे भगवान से कुछ नहीं चाहिए होता है तो फिर भी भगवान उस को मोक्ष दे देता है। अगर हम भगवान से कहे की आप मुझसे धन दौलत ले ले और मुझे आप मोक्ष दे दो तो क्या भगवान हमें मोक्ष देंगे? तो क्या इस पर भगवान हमको मोक्ष देंगे क्या? बिलकुल भी नहीं देंगे। तो इस पर भगवान हमको वहां से चले जाने को कहेंगे और जो ये तुम मुझे देने की बात कह रहे हो वो सब भी तो मेरा ही है। जो मैंने तुझे इस संसार में भेजा है कि जा और तू कुछ सीख ले इस धरती पर जाकर। जो ये तू कहता है की ये मेरा है पर ये तेरा नहीं ये तो मेरा ही है। इस

सभी वेदों का सार है भागवात गीता

सभी वेदों का सार है भागवात गीता || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

क्या स्कुलो में भगवत गीता पढाई जानी चाहिए

क्या स्कुलो में भगवत गीता पढाई जानी चाहिए || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

वृन्दावन ? दिव्य वृन्दावन का दर्शन कैसे होगा

वृन्दावन ? दिव्य वृन्दावन का दर्शन कैसे होगा || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

जब किसी ने पूछा की श्रीमद् भागवत से किसी का कल्याण हुआ है

जब किसी ने पूछा की श्रीमद् भागवत से किसी का कल्याण हुआ है || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

कृष्ण के प्रेम में ब्रज गोपी की क्या दशा हुई सुनोगे तो रोने लगोगे ऐसा भजन नहीं सुना होगा

कृष्ण के प्रेम में ब्रज गोपी की क्या दशा हुई सुनोगे तो रोने लगोगे ऐसा भजन नहीं सुना होगा || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

भागवत दर्पण है जो झूठ नहीं बोलता

जब किसी ने पूछा की श्रीमद् भागवत से किसी का कल्याण हुआ है || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

एक अमेरिकन नागरिक का हमारे भारत देश की मिटटी के प्रति प्रेम

एक अमेरिकन नागरिक का हमारे भारत देश की मिटटी के प्रति प्रेम || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

कभी भी कल का रखा हुआ भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए

कभी भी कल का रखा हुआ भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

श्री कृष्ण जी की बहुत ही सुन्दर बाललीला

श्री कृष्ण जी की बहुत ही सुन्दर बाललीला || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

क्या कोई चाहेगा हमारे घर में चोरी हो ब्रज की गोपियाँ चाह्रती है

क्या कोई चाहेगा हमारे घर में चोरी हो ब्रज की गोपियाँ चाह्रती है || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 9 से 15 नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के सप्तम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

श्री देवकी नन्दन ठाकुर जी महाराज ने कथा प्रारम्भ करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नाम के असुर का वध किया। नरकासुर ने 16 हजार 100 कन्याओं को बंदी बना रखा था। नरकासुर का वध करके श्री कृष्ण ने कन्याओं को बंधन मुक्त करवाया। इन कन्याओं ने श्री कृष्ण से कहा कि समाज उन्हें स्वीकार नहीं करेगा अतः आप ही कोई उपाय करें। समाज में इन कन्याओं को सम्मान दिलाने के लिए सत्यभामा के सहयोग से श्री कृष्ण ने इन सभी कन्याओं से विवाह कर लिया। इस कारण भगवान ने 16,100 रूप बनाकर सबके साथ एक मुहूर्त में एकसाथ विवाह किया है। कुछ मूर्ख लोग कहते हैं की भगवान कृष्ण ने इतने विवाह किया। भगवान ने किसी कामनावश विवाह नही किया था करुणावश विवाह किया था। भगवान कहते हैं जिसको कोई नहीं अपनाता है अगर वो मेरी शरण में आये तो मैं उसे अपना लेता हूँ। भगवान श्री कृष्ण ने कामदेव पर विजय प्राप्त की है। उनके संकल्प मात्र से उनके पुत्रों की गिनती एक लाख इकसठ हजार अस्सी थी। भगवान श्री कृष्ण ने आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन किया। भगवान अपने मुकुट पर मोर पंख इसीलिए लगाते हैं क्योंकि मोर एकमात्र ऐसा प्राणी है जो सम्प

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY- 4

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SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY- 5

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SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY- 6

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पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 9 से 15 नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के षष्टम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

महाराज श्री ने बताया ,कि भावना में भाव हैं तो भव से बेड़ा पार हैं जो कुछ हैं वो भाव का ही हैं जो कहते है की भगवान नहीं हैं उनके अंदर वो भाव नहीं हैं उनके लिए भगवन नहीं हैं और जिनके मन में भाव हैं उनके लिए भगवान भी हैं, सब कुछ भावना के ऊपर ही निर्भर करता हैं तुलसी दास जे ने कहा हैं कि... जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी जिसकी जैसी भावना हैं भगवान उसको बैसा ही नजर आता हैं। जैसे. कहा गया हैं....... "पत्थर की राधा प्यारी पत्थर के कृष्ण मुरारी पत्थर से पत्थर घिस कर पैदा होती चिंगारी पत्थर की नारी अहिल्या पग से श्री राम ने तारी पत्थर के मठ मे बैठी मां मेरी शेरोन वाली" महाराज श्री ने ये भी बताया कि इस जीवन की कीमत केवल एक साधक ही जान सकता है क्योंकि यह मानव जीवन अनमोल है और इसको कुसंगति से बर्बाद नहीं करना चाहिए। इस चौरासी लाख योनियों में मानव जीवन को सर्वश्रेष्ठ माना गया है क्योंकि इसमें हमें प्रभु का नाम सुमिरन करने का सत्संग करने का अवसर प्राप्त होता है। राम नाम सुमिरन से मानव जीवन का कल्याण हो जाता है। तो प्यारे इस अनमोल मानव जीवन को व्यर्थ न जा

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 9 से 15 नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पंचम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

आज पंचम दिवस की कथा प्रारंभ करने से पूर्व महाराज श्री ने कृष्ण जन्म पर नंद बाबा नंद बाबा की खुशी का वृतांत सुनाते हुए कहा की जब प्रभु ने जन्म लिया तो वासुदेव जी कंस कारागार से उनको लेकर नन्द बाबा के यहाँ छोड़ आये और वहाँ से जन्मी योगमाया को ले आये। अब देखिये मेरे ठाकुर की माया की वो अपने भक्तो का ख्याल कैसे रखता है? जिसके घर ८५ साल के उम्र में बालक का जन्म हो तो उसकी ख़ुशी का क्या ठिकाना होगा अनुमान लगाइये। क्योंकि मेरा ठाकुर को जो प्रेम से बुलाता है तो वो वहाँ जाये बिना नहीं रह सकते। इसी तरह आप नाम तो लेकर देखो मेरे कन्हैया का, पर मेरे कन्हैया को दिखावा नहीं पसंद जैसे हो वैसे ही उसके सामने जाओ वो तुमको अपना लेगा। जब पूतना भगवान के जन्म के ६ दिन बाद प्रभु को मारने के लिए अपने स्तनों पर कालकूट विष लगा कर आई तो मेरे कन्हैया ने अपनी आँखे बंद कर ली, कारण क्या था? क्योकि जब एक बार मेरे ठाकुर की शरण में आ जाता है तो उसका उद्धार निश्चित है। परन्तु मेरे ठाकुर को दिखावा, छलावा पसंद नहीं। आप जैसे हो वैसे आओ रावण भी भगवान श्री राम के सामने आया परन्तु छल से नहीं शत्रु बन कर, कंस भी

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 9 से 15 नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

चुतर्थ दिवस की कथा का प्रसंग प्रारम्भ करते हुए महाराज श्री ने भगवान श्री कृष्ण के प्राक्ट्य की कथा सुनाई मथुरा नगरी में राजा उग्रसेन जिनका एक पुत्र था कंस जो अपनी बहन देवकी को जब विवाह के बाद विदा करने जा रहे थे तो रस्ते में आकाशवाणी हुई की हे कंस तू ज िस बहन को इतने आदर के साथ विदा कर रहा है उसीका आठवाँ पुत्र तेरा काल होगा इतना सुनते ही कंस ने देवकी के केश पकडे और रथ से नीचे उतर लिया। और देवकी से बोला की जब तू ही नहीं होगी तो तेरा पुत्र कैसे होगा तब वासुदेव जी कहा की तुम इतने कमजोर हो की स्त्री पर हाथ उठाते हो। जहाँ स्त्रियों का सम्मान होता है वह देवता वास करते है इसलिए कभी स्त्री पर हाथ नहीं उठाना चाहिये। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जहाँ नारी की पूजा होती है वहाँ देवता भी वास करते है और जहाँ नारी का निरादर होता है वहां से लक्ष्मी रूठ कर चली जाती है। इसी परंपरा के अनुसार वसुदेव जी ने कंस से कहा की तुमको देवकी को मरने से क्या लाभ तुम्हारा काल तो उसका आठवाँ पुत्र है में तुमको वचन देता हूँ की मैं स्वयं तुमको देवकी के सभी पुत्रो को तुम्हें सौंप दूँगा परन्तु दे

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 9 से 15 नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के तृतीय दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

महाराज श्री ने कहा, जिस प्रकार पेड़ से पत्ता या फल अलग होकर ज्यादा दिन नहीं रह सकता है उसी प्रकार श्रीकृष्ण से अलग होकर ये जीवन बेकार हो जाता है। इसलिए श्रीमद भागवत बहुत ही बड़ा वरदान है हमारे लिए उस भगवान का। जिन्हें ये मिलता है तो उसकी किसमत का क्या कहना है। कल  आपने सुना था कि राजा परीक्षित को श्राप लगा था कि उसकी मृत्यु तक्षक नाग के डसने से सातवे दिन हो जाएगी। तब राजा परीक्षित यमुना के तट पर पहुंचा और वहां पर मौजूद सभी ऋषियों और मुनियों से ये सवाल करने लगा कि जिसकी मृत्यु ही सातवे दिन हो जाएगी तो वह क्या करे। तब अनेकों ऋषियों ने अनेकों पथ उनको दिखाए। इस पर कोई कहता है भजन करो,कोई कहता है गंगा स्नान करे, किसी संत ने कहा मोन करो, स्मरण करो ध्यान करो, उपासना करो। अनेको संत से उन्हें अनेकों विचार प्राप्त हुए। यहाँ पर भागवत में ये नहीं कहा गया है कि जो संतों ने मार्ग दिखाया है वो गलत है। मैं आपको बता दूँ कि यदि आपकी किसी संत में सच्ची निष्ठा है तो आपका सदा कल्याण ही होगा। ये निष्ठा हम सच्ची निष्ठा को कह रहे है ये पैसे वाली निष्ठा नहीं है कि गुरु जी पैसे वाले है उनसे नाता ज

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY-2

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY-2 || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY-1

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY-1 || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ

कृष्ण की मुरली के कौन हैं दीवाने भजन अवश्य श्रवण करें || Kamli Kamli hoiyaan murli di taan pe

\\ कृष्ण की मुरली के कौन हैं दीवाने भजन अवश्य श्रवण करें || Kamli Kamli hoiyaan murli di taan pe || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MHARAJ
पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में 9 से 15 नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दितीय दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया। महाराज श्री ने बताया श्रीमद भगवत वेदरूपी वृक्ष का कटा हुआ फल हैं ये ऐसा फल हैं जिसमे न गुठली हैं न छिलका हैं, संसार का कोई भी वृक्ष हो, कोई भी फल हो उसमे गुठली या छिलका होगा ही, जो कुछ न कुछ फेंका जाये, लेकिन ये एक ऐसा फल हैं जिसमे कुछ फेंकना नहीं हैं बस सब कुछ ग्रह्रण करना हैं, पका हुआ हैं रस से भरा हुआ हैं इसमें बस रस ही रस हैं वेदरूपी वृक्ष का पका हुआ फल हैं इसमें सभी वेदो का सार हैं ये पंचम वेद निराला हैं "अद्धभुत ग्रन्थ हैं" आज हमारे घर में जो समस्याएं हैं छोटे बड़ो का सम्मान नहीं करते, बड़े छोटो को संस्कार नहीं दे पाते, ये क्या हैं इसके पीछे बजह हैं कि हमने अपने शास्त्रों का अध्ययन छोड़ दिया हैं हमने अपने शास्त्रों में विश्वास करना छोड़ दिया हैं, अब तो जातिवाद का ज़हर इतना घुल गया हैं कि हम लोग पुराणों में भी अपना चेहरा चमकाने बाले लोग ये कह
पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में ९ से १५ नवंबर तक 2017 कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर, भदोही में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के प्रथम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया। सर्वप्रथम महाराज श्री ने विश्व शांति के लिए ठाकुर जी से प्रार्थना की और उसके बाद भागवत कथा में प्रवेश किया। महाराज श्री ने बताया की भागवत में आने से हमे सभी तीर्थो का पुण्य प्राप्त हो जाता है। क्योकि जहाँ भागवत कथा होती है वहां सभी पवित्र नदिया , सभी देवता , सारे तीर्थ वास करते है। और कथा पंडाल में आकर भागवत सुनने मात्रा से ही हमे सभी तीर्थो का पुण्य लाभ हमको प्राप्त हो जाता है। पूर्व के युगो में जो हजारों वर्षो की तपस्या करके भगवान की प्राप्ति होती थी। परन्तु कलियुग में केवल नाम संकीर्तन व कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य को ईश्वर की प्राप्ति हो जाती है। प्रत्येक पुराण में कलियुग के प्राणियों के लिए चिंता वयक्त की, कि किस प्रकार कलयुगी मनुष्य का उद्धार हो कारण बस इतना है की आज का मानव धर्म को सर्वोपरि नहीं धन को सर्वोपरि मानता है। पूर्व काल में एक नगर में

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - BHADOHI DAY-1

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आप कहते हो हम अपने बच्चो का पालन पोषण करते है आपका पालन पोषण कौन करता है

आप कहते हो हम अपने बच्चो का पालन पोषण करते है आपका पालन पोषण कौन करता है || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ
! राधे राधे !! महाराज श्री का शुभ आगमन भदोई में हुआ, जंहा सभी भक्त जन ने महाराज श्री का भव्य स्वागत किया, आज पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में कटरा बाजार सीतामढ़ी थाना कोइरुन तहसील ज्ञानपुर भदोई में श्रीमद भागवत कथा का प्रारम्भ दोपहर २:३० से होगा।  देश-विदेश में बैठे भक्त कथा का सीधा प्रसारण आस्था चैनल, फेसबुक और महाराज श्री (देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज) के यूट्यूब चैनल पर 2:30 बजे से देख सकते हैं।

क्या आप जानते हो भगवान् श्री राम की कथा हमें क्या सिखाती है

जब भरत जी के मन में आया की प्रभु श्री राम ने उन्हें भुला दिया

क्यों कृष्ण कथा यमुना मैय्या के बगैर अधूरी है

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पैसे के लिए पागलपन ये बहुत बड़ी मुर्खता है

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संसार में वो नहीं होता जो आप चाहते हो

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जब जमीन पर श्री राम जी सोये तो लक्ष्मण जी फुट फुट कर रोने लगे

जब जमीन पर श्री राम जी सोये तो लक्ष्मण जी फुट फुट कर रोने लगे || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

जिन्हें राम के चरणों का अनुराग हो जाये उन्हें फिर किसी की जरुरत नहीं है

जिन्हें राम के चरणों का अनुराग हो जाये उन्हें फिर किसी की जरुरत नहीं है || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

भगवान् को भोग लगाने के बाद उस बचे भोग को पुरे भोजन में मिला दो

भगवान् को भोग लगाने के बाद उस बचे भोग को पुरे भोजन में मिला दो || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

श्री राम ने रावन को मारने के लिए नहीं इस धरती पर अवतार लिया था

श्री राम ने रावन को मारने के लिए नहीं इस धरती पर अवतार लिया था || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

पूर्णिमा के पावन पर्व पर लाइव संकीर्तन प्रियाकांत जू मन्दिर शांति सेवा धाम वृन्दावन 04/11/2017

पूर्णिमा के पावन पर्व पर लाइव संकीर्तन प्रियाकांत जू मन्दिर शांति सेवा धाम वृन्दावन 04/11/2017

पूर्णिमा के पावन पर्व पर लाइव संकीर्तन प्रियाकांत जू मन्दिर शांति सेवा धाम वृन्दावन 04/11/2017 || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

आखिर क्यों केवट श्री राम जी से कह रहा की मैं अयोध्यावासियों का अपराधी हूँ

आखिर क्यों केवट श्री राम जी से कह रहा की मैं अयोध्यावासियों का अपराधी हूँ

क्या आप जानते हो जब श्री राम वनवास गए तो सबसे पहले किसके पास गए

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क्यों बाल्मीकि जी ने श्री राम जी से कहा आप चित्रकूट पे वास करे

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SHRIMAD BHAGWAT KATHA - MUMBAI - 6 से 13 दिसम्बर

SHRIMAD BHAGWAT KATHA || 6 से 13 दिसम्बर || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

SHRIMAD BHAGWAT KATHA - अहमदाबाद (गुजरात) - 19 से 26 नवंबर 2017

पूज्य महाराज श्री के सानिध्य में महादेव स्टेट कामधेनु मैदान, अहमदाबाद (गुजरात) में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन 19 से 26 नवंबर तक किया जा रहा है। इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा SHARE और LIKE करें।

गुरु का वास्तविक कर्तव्य क्या है

क्यों रावन ने कहा शत्रु हो तो राम जैसा

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जब शिव जी की स्थापना के लिए स्वयं रावन सीता जी को श्री राम के पास ले के आये

जब शिव जी की स्थापना के लिए स्वयं रावन सीता जी को श्री राम के पास ले के आये || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.

जब श्री जी ने रावन से ही रावन को हराने का आशीर्वाद माँगा

जब श्री जी ने रावन से ही रावन को हराने का आशीर्वाद माँगा || SHRI DEVKINANDAN THAKUR JI MAHARAJ If You Like The Video Don't Forget To Share With Others & Also Share Your Views.