परम पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में मोतीझील ग्राउंड, कानपुर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के पंचम दिवस में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का सुंदर वर्णन भक्तों को श्रवण कराया। यहां महाराज श्री ने कथा प्रारम्भ करते हुए कहा कि सबसे पहले आप भारतीय संस्कृति, वैदिक संस्कृति को समझिये, तब यह निर्णय लीजिये की आप अपने बच्चों को क्या बनाना चाहते है? आपका बच्चा मदिरालय जाये या मंदिर जाये, मूवी जाये या सत्संग जाये, स्मोकिंग/ड्रिंकिंग करे या भगवान का चरणामृत पीये, बुढ़ापे में आपको हाथ पकड़ कर घर से निकाल दे या फिर श्रवण कुमार की तरह आपकी सेवा करे। आप अपने बच्चे को ऐसा डॉ. बनाना चाहेंगे जो मुर्दे से भी पैसा कमाए या ऐसा वैध बने जो किसी के पास पैसा न हो तब भी उसका इलाज कर उसकी जान बचाये। आप अपने बच्चे को ऐसा वकील बनायेगे जो खुद पैसा कमाने के लिए अपने क्लाइंट का केस लम्बा चलाये चाहे उसका घर बार बिक क्यों न जाये, या फिर ऐसा की चाहे कुछ भी हो में अपने क्लाइंट को न्याय दिलवाये। क्या आप अपने बेटे-बेटियों को ऐसा इंजनियर बनाना चाहेंगे जो ऐसे पुल का निर्माण करे जिसमे लोगो की